चीन से आने वाले दूध प्रोडक्ट पर भारत ने लगाया रोक
विदेशों से आयात होने वाले दूध और इससे बने प्रोडक्ट को लेकर सरकार सख्त हो गई है। फूड रेग्युलेटर एफएसएसएआई ने चीन से आयात होने वाले दूध और इससे बने प्रोडक्ट पर प्रतिबंध लगा दिया है। इससे पहले भी भारत ने चीन से आयात होने वाले दूध और अन्य प्रोडक्ट पर बैन लगाया था। लेकिन वो प्रतिबंध कुछ समय के लिए ही लगाया गया था। एफएसएसएआई ने बताया कि इस बार चीन से आयात होने वाले दूध और इससे बने प्रोडक्ट पर लगाया गया प्रतिबंध तब तक जारी रहेगा जब तक कि फूड रेग्युलेटर देश के सभी बंदरगाह लैबोरेट्री को दुरुस्त और आधुनिक नहीं कर लेती।
इन लैबोरेट्री को कब तक आधुनिक बनाया जाएगा ताकि वह इस तरह के रसायन की जांच की कर सके इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी गई और ना ही कोई समय सीमा तय किया गया है। चीन से दूध के प्रोडक्ट पर तब प्रतिबंध लगाया गया था जब उसकी कुछ दूध सामग्री में मेलामीन रसायन होने की आशंका हुई थी। मेलामीन एक खतरनाक जहरीला रसायन है। इसका उपयोग प्लास्टिक और उर्वरक बनाने में किया जाता है। यही कारण है कि भारत चीन से दूध और दूध से बने प्रोडक्ट का आयात नहीं करता है। सुरक्षा उपाय के तौर पर इस तरह के आयात पर प्रतिबंध लगाया गया है।खाद्य क्षेत्र के नियामक एफएसएसएआई ने एक वक्तव्य में कहा कि उसने चीन से दूध और इससे बने उत्पादों पर लगाई गई रोक को तब तक बढ़ाने की सिफारिश की थी जब तक कि बंदरगाहों की प्रयोगशालाओं में खतरनाक रसायन के परीक्षण की सुविधा उपलब्ध नहीं हो जाती है।सरकार ने इस सिफारिश को मानते हुए रोक की समय सीमा तब तक के लिए बढ़ा दी। भारत दुनिया का सबसे बड़ा दुग्ध उत्पादक देश है। देश में सालाना 15 करोड़ टन दूध उत्पादन होता है।
चीन से दूध और इससे बने प्रोडक्ट के आयात पर सबसे पहले सितम्बर 2008 में रोक लगाई गई थी। इसके बाद से इस रोक को लगातार समय समय पर आगे बढ़ाया जाता रहा है। यह प्रतिबंध अब अनिश्चित काल के लिए लगाया गया है क्यों कि यह तय नहीं किया गया है कि कब तक बंदरगाहों में प्रयोगशालाओं को आधुनिक बनाया जाएगा।
पहले भी चीन पर खाद्य पदार्थों में मिलावट के आरोप लगे हैं
यह पहली बार नहीं हो रहा कि चीन पर खाद्य पदार्थों में मिलावट के आरोप लगे हैं।इससे पहले चीन से आयात होने वाले अंडो तथा अन्य खाद्य पदार्थों में मिलावट की सिकायत किया गया था।चीन से आयात होने वाले अंडे विशेष रासायनिक पदार्थों से बने होते हैं जो कि सेहत के लिए खतरनाक है।
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