शनिवार, 18 जुलाई 2020

तीन महीने में 14 कंपनियों ने जियो प्लेटफॉर्म में किया 1.51 लाख करोड़ रुपये का निवेश

दुनिया के सबसे अमीर लोगों की सूची में छठवे पायदान पर पहुंचे उद्योगपति मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) में विदेशी कंपनियों का निवेश बढ़ता जा रहा है।

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बुधवार को कंपनी ने घोषणा की है कि दुनिया की दिग्गज कंपनी गूगल उनके जियो प्लेटफॉर्म में 7.7 प्रतिशत हिस्सेदारी के लिए 33,737 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। ऐसा पहली बार है जब फेसबुक और गूगल, दोनों ने एक ही कंपनी में निवेश किया है।

तीन महीने में 14 कंपनियों ने की 1.51 लाख करोड़ के निवेश की घोषणा

24 मार्च को जब लॉकडाउन की घोषणा की गई थी तो जियो प्लेटफॉर्म ने घाटे से बचने के लिए अपनी हिस्सेदारी बेचने का निर्णय किया था।

इस पर 22 अप्रैल को फेसबुक ने सबसे पहले कंपनी में निवेश की घोषणा की थी। उसके बाद से विदेशी कंपनियां लगातार निवेश करती जा रही हैं।

पिछले तीन महीने में दुनिया की 14 दिग्गज कंपनियां जियो प्लेटफॉर्म में 1,51,325.45 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा करते हुए 32.82 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीद चुकी हैं।

सबसे पहले फेसबुक ने की थी 43,573.62 करोड़ के निवेश की घोषणा

NDTV के अनुसार जियो प्लेटफॉर्म में सबसे पहले 22 अप्रैल को सोशल मीडिया दिग्गज कंपनी फेसबुक ने जियो प्लेटफॉर्म कंपनी की 9.9 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने के लिए 43,573.62 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की थी।

उसके बाद 3 मई को अमेरिका की मल्टीनेशनल प्राइवेट इक्विटी फर्म सिल्वर लेक ने जियो प्लेटफॉर्म में 5,655.75 करोड़ रुपये की निवेश की घोषणा करते हुए कंपनी की 1.15 प्रतिशत हिस्सेदारी अपने नाम की थी।

मई के महीने में अन्य विदेशी कंपनियों ने भी दिखाई निवेश में रुचि

सिल्वर लेक के बाद में 8 मई को अमेरिका की इक्विटी फर्म विस्टा इक्विटी पार्टनर्स ने 11,367 करोड़ रुपये का निवेश करते हुए 2.32 प्रतिशत हिस्सेदारी लेने की घोषणा की थी।

उसके बाद 17 मई को अमेरिका की ही जनरल अटलांटिक ने RIL की डिजिटल इकाई में 6,598.38 करोड़ के निवेश की घोषणा करते हुए 1.34 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी थी।

इसी तरह 22 मई को इक्विटी दिग्गज KKR ने 11,367 करोड़ में 2.32 हिस्सेदारी खरीदी थी।

आखिर में गूगल ने खरीदी जियो प्लेटफॉर्म की हिस्सेदारी
जियो प्लेटफॉर्म में 18 जून को पब्लिक इंवेस्टमेंट फंड ने 11,367 करोड़ के निवेश के साथ 2.32 प्रतिशत हिस्सेदारी अपने नाम कर ली थी।

इसके बाद 3 जुलाई को इंटल कैपिटल 1,894.50 करोड़ रुपये के निवेश के साथ 0.39 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी।

इसी तरह 12 जुलाई को अमेरिकी कंपनी क्वालकॉम वेंचर्स ने 730 करोड़ का निवेश करते हुए 0.15 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीद ली।

इसके बाद 15 जुलाई को गूगल ने 33,737 करोड़ के निवेश से 7.73 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीद ली।

ऑपरेटिंग सिस्टम बनाएगी जियो और गूगल

इन सभी निवेश के बाद आज अंबानी ने कहा कि गूगल और जियो ने एंट्री लेवल के 4G और 5G स्मार्टफोन्स के लिए ऑपरेटिंग सिस्टम बनाने के लिए हाथ मिलाया है। दोनों कंपनियां भारत को 2G मुक्त करने के लिए काम कर रही हैं।

पूरी तरह भारत में बना होगा 5G नेटवर्क- अंबानी
43वीं आमसभा में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये अंबानी ने बताया कि जियो ने 5G सॉल्यूशन विकसित कर लिया है जो भारत में विश्व स्तरीय 5G सेवाएं देगा।

अंबानी ने कहा कि जियो 5G आत्मनिर्भर भारत के लिए एक उदाहरण पेश करेगी। इसकी सभी सेवाएं पूरी तरह देश में बनी होगी।

उन्होंने कहा कि यह भारत में बनी सेवाओं के दुनिया में छा जाने का समय है। गौरतलब है देश में 4G के पीछे भी जियो का अहम योगदान है।

शनिवार, 7 दिसंबर 2019

Reliance Jio के नए टैरिफ प्लान, Jio New All In one plan, जानिए आपको 6 दिसंबर से कितना भुगतान करना होगा

 Jio के नए टैरिफ प्लान, Jio New All In one plan, जानिए आपको 6 दिसंबर से कितना भुगतान करना होगा

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Jio ने अपनी नई प्लान्स की घोषणा की  है, और उन्हें कंपनी द्वारा 'ऑल-इन-वन प्लान' (Jio All In One plan) कहा जा रहा है। रिलायंस इंडस्ट्रीज के स्वामित्व वाले दूरसंचार ऑपरेटर Jio ने  वोडाफोन आइडिया और भारती एयरटेल  का अनुसरण करते हुए रिचार्ज प्लान्स में मूल्य वृद्धि के साथ संशोधित मोबाइल टैरिफ की घोषणा की है। विदीत हो  कि वोडाफोन आइडिया और भारती एयरटेल ने रविवार को ही अपनी संशोधित योजनाओं की घोषणा की थी। भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया द्वारा घोषित किए गए  नए टैरिफ प्लान और मूल्य वृद्धि  3 दिसंबर से प्रभावी हो गए थे। जबकि रिलायंस जियो ने कहा था कि Jio भी कीमतें बढ़ाएगा, लेकिन संशोधित कीमतों को 5 दिसंबर तक रोक दिया था। Jio की नवीनतम योजनाएं, अपनी पुरानी योजनाओं की तुलना में 40 प्रतिशत तक अधिक महंगी हो जाएंगी,  जो 6 दिसंबर से प्रभावी होंगी।
Jio के  नए प्लान्स किसी न किसी तुलना के आधार पर अपने प्रतिस्पर्धियों वोडाफोन आइडिया और भारती एयरटेल और  द्वारा जारी किए गए नए कॉल और डेटा टैरिफ प्लान की तुलना में 25 प्रतिशत तक सस्ती हैं । नए टैरिफ के अनुसार,  ग्राहकों को 555 रु वाला प्लान 84-दिन की वैधता के लिए  प्रति दिन 1.5GB डेटा, जो कि समान सुविधा  प्रदान वाला  399 रुपये के पहले के प्लान से 40 प्रतिशत अधिक है।


Reliance Jio की नवीनतम प्लान्स इसके  कीमत को बढ़ाती हैं। नए प्लान्स के अनुसार पहले का 299 रुपये का प्लान 349 रु, 349 रुपये का प्लान 399  रु, 153 रुपये का प्लान 6 दिसंबर से 199 रु, 198 रुपये का प्लान 249 रु, 448 रुपये का प्लान 599  रु, 1,699 रुपये का प्लान 2,199 रू और 98 रु का प्लान 129 रू हो जाएगा।
199 रुपये की एक महीने की लंबी वैध प्लान है, जो प्रतिदिन 1.5GB की पेशकश करती है, और लगभग 249 रुपये की कीमत पर समान लाभ प्रदान करने वाले प्रतिद्वंद्वियों की प्लान की तुलना में लगभग 25 प्रतिशत सस्ता है। . Jio की नई प्लान्स में पिछली योजनाओं की तुलना में Jio उपभोक्ताओं को 300 प्रतिशत अधिक लाभ प्रदान करने का दावा किया गया है।

आपको बता दें कि ये प्लान्स 6 दिसंबर से प्रभावी हो जाएंगी।199 रुपए वाले 1 महीने के प्लान में 1.5GB प्रतिदिन डाटा, असीमित कॉलिंग और गैर Jio मोबाइल कॉल के लिए  1,000 मिनट की उचित उपयोग नीति (FUP) है।

Jio ने उपयोगकर्ताओं को टैरिफ बढ़ने से पहले अग्रिम रिचार्ज प्लान्स के लिए अपनी पुरानी रिचार्ज प्लान्स का पूरा लाभ उठाने के लिए कहा है। 6 दिसम्बर से पहले निर्बाध सेवाएं प्राप्त करने के लिए 336 दिन तक के लिए एक साथ रिचार्ज के लिए आप 444 रुपए के प्लान का चार बार रिचार्ज कर सकते हैं। 444 रुपए की प्लान की वैधता 84 दिनों की है, इसको चार बार रिचार्ज करने पर इसकी वैधता 336 दिनों तक होगी। इस प्लान में आपको 2GB डेटा प्रतिदिन मिलेगा।

1 दिसंबर को, अन्य टेलिकॉम ऑपरेटरों के साथ, Jio ने घोषणा की थी कि वह असीमित आवाज और डेटा के  साथ नए ऑल-इन-वन प्लान (Jio new all in one plan) लॉन्च करेगा।
प्रतिद्वंद्वी भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया ने 3 दिसंबर से अपने टैरिफ प्लान पहले ही बढ़ा दिए हैं।
एयरटेल ने अपने लोकप्रिय प्लान 169 रुपए 199 रुपए प्लान का 248 रुपए के प्लान में विलय कर दिया है, जबकि उनकी पिछली 28 दिनों की वैधता समान है। एयरटेल ने अपने इस पुराने प्लान में 47% की वृद्धि की है, ये Jio और वोडाफोन आइडिया के प्लान्स की वृद्धि की तुलना में सबसे अधिक है। वोडाफोन आइडिया के नवीनतम प्रीपेड टैरिफ 2 दिन, 28 दिन, 84 दिन और 365 दिन की वैधता अवधि के साथ आते हैं।

JIO ALL-IN-ONE PLANS. ` 185. 28 days. 56 GB. View Details. i. Unlimited Voice. ` 155. 28 days. 28 GB. View Details. i. Unlimited Voice. ` 125. 28 days. 14 GB. View Details. i. Unlimited Voice. ` 75. 28 days. 3 GB. View Details. i. Unlimited Voice. Jio recharge offer, Jio recharge plan 2019

28-दिनों की वैधता वाली योजनाएं:
₹ 199 की योजना: अनलिमिटेड कॉल Jio-Jio और नॉन-जियो कॉल के लिए मुफ्त 1,000 मिनट, प्रति दिन 1.5GB डेटा।
₹ 249 प्लान: अनलिमिटेड कॉल Jio-Jio और  नॉन-जियो कॉल के लिए 2,000 मिनट, प्रतिदिन 2GB डेटा।
₹ 349 प्लान: अनलिमिटेड कॉल Jio-Jio और प्रतिदिन 3GB डेटा, नॉन-Jio कॉल्स के लिए 3,000 मिनट।

56-दिनों की वैधता वाली योजनाएं:
₹ 399 प्लान: अनलिमिटेड कॉल Jio-Jio, 1.5GB डाटा प्रतिदिन और नॉन जिओ 2,000 मिनट फ्री कॉल।
₹ ₹ 444 योजना: असीमित कॉल, प्रति दिन 2 जीबी डेटा और गैर जियो उपयोगकर्ताओं के लिए 2000 मिनट।

84 दिनों की वैधता वाली प्लान्स:

₹ 555 प्लान: अनलिमिटेड कॉल, प्रतिदिन 1.5GB डेटा और Jio से गैर-जियो उपयोगकर्ताओं को 3,000 मिनट मुफ्त कॉल।
₹ 599 प्लान: जियो से गैर-जियो उपयोगकर्ताओं को प्रतिदिन 2GB डेटा और 3,000 मिनट  कॉल और असीमित कॉल।

Reliance Jio वार्षिक प्लान:
₹ 555 प्लान: अनलिमिटेड कॉल, प्रतिदिन 1.5GB डेटा और Jio से गैर-जियो उपयोगकर्ताओं को 3,000 मिनट मुफ्त कॉल।
₹ 599 प्लान: जियो से गैर-जियो उपयोगकर्ताओं को प्रतिदिन 2GB डेटा और 3,000 मिनट मुफ्त कॉल के साथ असीमित कॉल।

Jio Prime यूजर्स को मिलेगे बहुत सारे बेनिफिट्स 

1.जियो हेल्थ हब ऐप पर बुक टेस्ट, कंसल्ट डॉक्टर, वेट मैनेजमेंट जैसी कई सुविधाएं मिलेंगी।

2.जियो सिनेमा ऐप पर 10,000 से ज्यादा मूवीज, टीवी शो के साथ प्रीमियम कंटेंट जैसे डिज्नी, मार्वल, फिक्सल, वूट, इरोजनाउ, एएलटी बालाजी के साथ दूसरा कंटेंश भी पूरी तरह फ्री मिलेगा।

3.जियो टीवी ऐप पर 600 से ज्यादा टीवी चैनल्स फ्री देखें, जिसमें 100 से ज्यादा एचडी चैनल्स शामिल हैं।

4.जियो क्वाउड ऐप पर हमेशा के लिए 5GB क्वाउड स्टोरेज मिलेगा।

5.जियो सावन ऐप पर 5 करोड़ से ज्यादा गाने मिलेंगे। कॉलर ट्यून के लिए सबसे बड़ी फ्री लाइब्रेरी।

 Jio के नए टैरिफ प्लान, Jio New All In one plan, जानिए आपको 6 दिसंबर से कितना भुगतान करना होगा
Jio recharge plan 2019 list

प्लान्स
वैलिडिटी
बेनिफिट्स
1776
336 दिन
अनलिमिटेड कॉल Jio-Jio, नॉन जिओ 4,000 मिनट, 2 जीबी प्रतिदिन डाटा, 100 एसएमएस प्रतिदिन
444
84 दिन
अनलिमिटेड कॉल Jio-Jio, नॉन जिओ 1,000 मिनट, 2 जीबी प्रतिदिन डाटा, 100 एसएमएस प्रतिदिन
149
24 दिन
अनलिमिटेड कॉल Jio-Jio, नॉन जिओ 300 मिनट, 100 एसएमएस प्रतिदिन
222
28 दिन
फ्री Jio-Jio कॉल्स, Jio to Non Jio mobile 1,000 मिनट 6 पैसा प्रति मिनट, 100 एसएमएस प्रतिदिन, 2 जीबी प्रतिदिन डाटा
333
56 दिन
फ्री Jio-Jio कॉल्स, Jio to Non Jio mobile 1,000 मिनट 6 पैसा प्रति मिनट, 100 एसएमएस प्रतिदिन, 2 जीबी प्रतिदिन डाटा
555
84 दिन
फ्री Jio-Jio कॉल्स, Jio to Non Jio mobile 1,000 मिनट 6 पैसा प्रति मिनट, 100 एसएमएस प्रतिदिन, 2 जीबी प्रतिदिन डाटा


बुधवार, 4 दिसंबर 2019

भारत की स्वदेशी कम्पनियों के नाम, स्वदेशी कम्पनियों की सूची।

भारत की स्वदेशी कम्पनियों के नाम, स्वदेशी कम्पनियों की सूची।

हम अपने दैनिक जीवन में बहुत से उत्पादों या कहें सामानों का उपयोग करते हैं, जिस वस्तु, या उत्पाद का हम उपयोग करते हैं उनकी कम्पनी का नाम तो हमें पता रहता है लेकिन हमें यह नहीं पता रहता कि वो कम्पनी कहां की है, किस देश की है जिसके प्रोडक्ट्स हम इस्तेमाल कर रहे हैं। क्या आपको पता है कि जिस प्रोडक्ट्स का आप उपयोग कर रहे हैं वो कहां की है, यानि कि उसे किस देश की कम्पनी मैन्युफैक्चरिंग करती है। क्या आपको पता है, आप जिस ब्रांड के प्रोडक्ट यूज कर रहे हैं वो भारतीय है या नहीं। अगर नहीं पता तो इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आप जान पाएंगे कि भारत की कौन कौन सी कम्पनी है?

भारतीय कंपनियों के नाम (Indian Companies Name)-
Names of indigenous companies of India, Indian company name
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इस पोस्ट में मैं भारतीय कंपनियों के बारे में बताने वाला हूं। मैं आप लोगों को भारतीय कंपनियों के नाम बताने वाला हूं। दोस्तो हमें भारतीय कंपनियों के प्रोडक्ट का उपयोग करना चाहिए, हमें ज्यादा से ज्यादा स्वदेशी सामानों का उपयोग करना चाहिए ताकि हमारे देश की अर्थव्यवस्था मजबूत हो। bhartiy companiyo ke naam 




 अधिकतर लोगों को यह तो पता रहता है कि वे जिस प्रोडक्ट्स का उपयोग कर रहे हैं वो कम्पनी कौन सी है? कम्पनी का क्या नाम है? लेकिन यह बात पता नहीं रहता कि वो कम्पनी कहां की है? किस देश की है? हमारे देश में लाखों कंपनियां काम कर रही हैं लेकिन इसमें से कुछ भारत की स्वदेशी कंपनियां हैं तो कुछ विदेशी। लेकिन हम अधिकतर विदेशी कंपनियों के प्रोडक्ट्स इस्तेमाल करते हैं। हम स्वदेशी कम्पनियों से ज्यादा विदेशी कंपनियों के प्रोडक्ट्स उपयोग करते हैं।

भारत और चीन का रक्षा, जीडीपी, क्षेत्रफल की तुलना। भारत और चीन में कौन है आगे

क्या  हम सब भारतीय सच्चे देशभक्त हैं? 

जिस प्रोडक्ट्स का हम उपयोग कर रहे हैं क्या वो भारतीय है या विदेशी कम्पनी। आज मैं आपको भारत की कंपनियों के बारे में बताने वाला हूं। कौन कौन सी भारत की कम्पनी है? भारत की स्वदेशी कंपनियां कौन- कौन सी हैं? भारत की स्वदेशी कम्पनी। भारत की कंपनियां। भारत में काम करने वाली स्वदेशी कंपनियां। भारत की कम्पनी। स्वदेशी कम्पनियों के नाम। भारत की स्वदेशी कम्पनियों की सूची। ऐसी कंपनियां जिनकी स्थापना भारत में हुआ है।
इंडियन कम्पनी लिस्ट। भारतीय कंपनियों के नाम। Indian Brand's. Top Indian Brand. Indian companies.

वैसे तो भारत में लाखों कंपनियां हैं लेकिन इस आर्टिकल में आपको देश की प्रमुख कंपनियों के बारे में जानने को मिलेगा।
तो चलिए जानते हैं भारत की स्वदेशी कंपनियां कौन कौन सी हैं?


भारत की स्वदेशी कम्पनियों
 के नाम -


क्र.
      कंपनी मुख्यालय 
1   रिलायंस इंडस्ट्रीज   मुंबई
1   टाटा समूह   मुंबई 
3   इंडियन ऑयल
  कॉर्पोरेशन

  दिल्ली 
4  आदित्य बिड़ला
  समूह
   मुंबई
5   हिन्दुस्तान पेट्रोलियम

   मुंबई 
6  भारत पेट्रोलियम    मुंबई 
7   तेल एवं प्राकृतिक
  गैस निगम (ONGC)
  देहरादून 
8   हिन्दुस्तान कम्प्यूटर
  लिमिटेड (HCL)
  दिल्ली 
9   लार्सन एंड टुब्रो
  (L&T)
  मुंबई 
10   आईटीसी  लिमिटेड   कोलकाता 
11   एस्सार समूह   दिल्ली 
12   आईसीआईसीआई
  बैंक

   मुंबई 
13   राष्ट्रीय जलविद्युत
   निगम 
  दिल्ली 
14   भारतीय इस्पात
   प्राधिकरण 

  मुंबई 
15   सहारा इंडिया
  परिवार
  लखनऊ
16   रिलायंस कम्यूनकेशंस   मुंबई 
17  भारतीय गैस प्राधिकरण
  लिमिटेड
  दिल्ली
18   वीडियोकॉन   दिल्ली
19   वेदांत रिसोर्सेज   दिल्ली
20   पंजाब नेशनल बैंक   दिल्ली
21   केनरा बैंक   बैंगलोर
22   बैंक ऑफ बड़ौदा   मुंबई
23   इन्फोसिस   बैंगलोर
24   विप्रो   बैंगलोर
25   भारत हेवी 
  इलेक्ट्रिकल्स
   लिमिटेड (BHEL)
   दिल्ली
26   इंफोसिक सॉफ्टवेयर
   सिस्टम
  लखनऊ
27   जिंदल स्टील   हिसार
28   महिंद्रा एंड महिंद्रा   मुंबई
29   भारती एंटरप्राइजेज   दिल्ली
30   अदानी समूह   मुंबई
31    एयर इंडिया   मुंबई
32   अमूल   आणंद
33   अपोलो अस्पताल   चेन्नई
34   अपोलो टायर्स   गुड़गांव
35   अरविंद मिल्स  अहमदाबाद
36   एशियन पेंट्स   मुंबई
37   अशोक लेलैंड   चेन्नई
38   कोटक महिंद्रा
   बैंक
  मुंबई 
39   किंगफिशर
   एयरलाइंस
  मुंबई
40   जेनपैक्ट   गुड़गांव
41   गोदरेज समूह   मुंबई
42   किर्लोस्कर समूह   पुणे
43   गो एयर   मुंबई
44   ग्रेट ईस्टर्न शिपिंग   मुंबई
45   इफको   दिल्ली
46   जेट एयरवेज   मुंबई
47   जेके टायर   दिल्ली
48   नेशनल थर्मल पॉवर
  कॉर्पोरेशन (NTPC)
  दिल्ली
49   नेशनल फर्टिलाइजर्स
  लिमिटेड
  नोएडा
50   न्यूक्लियर पॉवर
  कॉर्पोरेशन
  ऑफ इंडिया
  मुंबई
51   नेशनल एल्युमिनियम
  कंपनी
  भुवनेश्वर
52   पवनहंस   नोएडा
53   यूनाइटेड ब्रेवरीज
  समूह
  बैंगलोर
54   यूनियन बैंक   मुंबई
55   बजाज समूह   मुंबई
56   माइक्रोमैक्स
   इंफॉर्मेटिक्स
  गुरुग्राम
57   लावा इंटरनेशनल   नोएडा
58   आईबॉल   मुंबई
59   स्पाइस डिजिटल   नोएडा
60   इंटेक्स टेक्नोलॉजी   दिल्ली
61   हैवील्स   नोएडा
62   आयशर ग्रुप   दिल्ली
63   भारत बेंज   चेन्नई
64   पतंजलि आयुर्वेद   हरिद्वार
65   डाबर   साहिबाबाद,
  गाजियाबाद
66   द हिमालया
  ड्रग कंपनी
  बैंगलोर
67   हल्दीराम   नागपुर
68   उषा इंटरनेशनल   गुरुग्राम
69   पिडिलाइट   मुंबई
70   डीएलएफ (DLF)   गुरुग्राम
71   पारले प्रोडक्ट्स   मुंबई
72   फोर्स मोटर्स
   लिमिटेड 
  पुणे
73   स्टील अथॉरिटी
  ऑफ इंडिया
   लिमिटेड
   (SAIL)
  दिल्ली
74   हिन्दुस्तान कॉपर
  लिमिटेड (HCL)
  कोलकाता
75   नेशनल मिनरल
   डेवलप कॉर्पोरेशन 
  लिमिटेड (NMDC)

  
  हैदराबाद
76   एमआरएफ टायर्स
  (MRF)
  चेन्नई
77   कोचीन शिपयार्ड
   लिमिटेड
  कोच्चि 
78   हिन्दुस्तान एरोनॉटिक्स
  लिमिटेड (HAL)
  बैंगलोर
79   दीवान हाउसिंग
  फाइनेंस
   कॉर्पोरेशन लिमिटेड 
   (DHFL)

  मुंबई
80   राजेश एक्सपोर्ट्स   बैंगलोर
81   ACC लिमिटेड   मुंबई
82   अंबुजा सीमेंट   मुंबई
83   एशिया मोटर वर्क्स   मुंबई
84   भारत अर्थ मूवर्स   बैंगलोर
85   भारत संचार निगम
   लिमिटेड (BSNL)
  दिल्ली
86   भूषण स्टील   दिल्ली
87   ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज   कोलकाता
88   BPL  ग्रुप    पल्लकड़
89   इमामी   कोलकाता
90   डॉ रेड्डीज लैबोरेट्रीज   हैदराबाद
91   फोर्टिस हेल्थकेयर   गुरुग्राम
92   फ्यूचर ग्रुप   मुंबई
93   लक्ष्मी मशीन   कोयंबटूर
94   ओनीडा इलेक्ट्रॉनिक्स   मुंबई
95   पीरामल इंटरप्राइजेज   मुंबई
96   पॉवर ग्रिड कॉर्पोरेशन
   ऑफ इंडिया
  गुरुग्राम
97   रेमंड ग्रुप   मुंबई
98   शापुरजी पालोनजी
  ग्रुप
  मुंबई
99   श्रीराम ग्रुप   मुंबई
100
  वीक्को ग्रुप   मुंबई



बुधवार, 6 नवंबर 2019

दुनिया की सबसे बड़ी व्यापार समझौते RCEP डील से पिछे हटा भारत, चीनी माल के भारत में डंप होने तथा घरेलू चिताएँ इस डील से पिछे हटने का कारण बना

दुनिया की सबसे बड़ी व्यापार समझौते RCEP डील से पिछे हटा भारत, चीनी माल के भारत में डंप होने तथा घरेलू चिताएँ इस डील से पिछे हटने का कारण बना



थाईलैंड की राजधानी बैंकाक में हुए क्षेत्रीय व्यापार आर्थिक भागीदारी या  RCEP समझौते से भारत पिछे हट गया है। भारत ने क्षेत्रीय व्यापार आर्थिक भागीदारी समझौते में शामिल नहीं होने का फैसला लिया है। इसे दुनिया की सबसे बड़ा मुक्त व्यापार समझौते कहा जा रहा है जिसमें भारत , चीन, जापान, आस्ट्रेलिया, आसियान देश जैसे करीब 16 एशियाई देश शामिल होंगे।

India withdraws from the world's largest free trade agreement Regional Comprehensive Economic Partnership




अब भारत के इस व्यापार समझौते से बाहर आ जाने से इस व्यापार समझौते में शामिल होने वाले देशों को बहुत बड़ा धक्का लगा है, क्योंकि सबको लग रहा था कि भारत इस समझौते पर हस्ताक्षर करेगा। लेकिन घरेलू परिस्थितियों को देखते हुए भारत सरकार आरसीईपी समझौते से पिछे हट गई। Rcep डील दुनिया की सबसे बड़ी व्यापार डील है।


 इस समझौते की महत्व का अंदाजा इस बात बात से लगाया जा सकता है कि इन देशों में दुनिया की आधी आबादी रहती है इसका मतलब ये है कि कारोबार करने के लिए दुनिया का आधा बाजार इनको मिल जाएगा। दुनिया की एक तिहाई जीडीपी इस मुक्त व्यापार समझौते के माध्यम से आएगी। इसके साथ ही दुनिया के लगभग 40 फीसदी कारोबार पर rcep समझौते का हो जाएगा।


 इस समझौते में शामिल होना भारत के लिए घातक हो सकता था यही कारण था कि समूचा देश इस समझौते में शामिल होने के खिलाफ था। rcep समझौते में शामिल 16 देशों की अर्थव्यवस्था को देखें तो ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड को छोड़कर बाकी के 12 से ज्यादा देशों की अर्थव्यवस्था उत्पादन पर आधारित है इस समझौते में सबसे बड़ी ताकत चीन है जो दुनिया की सबसे बड़ा उत्पादक देश है।


 जबकि भारत की अर्थव्यवस्था आईटी और सर्विस सेक्टर पर आधारित है। इस समझौते से भारत को ज्यादा फायदा नहीं होता बल्कि भारत को बहुत नुकसान उठाना पड़ता। इस मुक्त व्यापार समझौते में भारत के शामिल हो जाने से भारत का निर्यात तो नहीं बढ़ता बल्कि आयात बहुत ज्यादा बढ़ जाता जिससे हमारी देश की व्यापार घाटा बढ़ जाता। इस समझौते में भारत के शामिल हो जाने से भारत के घरेलू उद्योगों और किसानों को बहुत नुकसान उठाना पड़ता।


 वर्तमान में भारत दुनिया का सबसे बड़ा दुग्ध उत्पादक देश है लेकिन उसका ज्यादातर ही साफ देश में ही कब जाता है जबकि इसके ठीक उलट न्यूजीलैंड अपने कुल दुग्ध उत्पादन का 95% हिस्सा निर्यात करता है। जो दूध भारत में किसान से ₹31 प्रति लीटर में खरीदा जा रहा है उसकी कीमत न्यूजीलैंड में सिर्फ ₹10 है। अगर यह दूध भारत में आने लगा दो देश के किसान और इससे जुड़े संगठन पूरी तरह से बर्बाद हो जाएंगे और भारत की घरेलू दुग्ध इंडस्ट्री पूरी तरह से बर्बाद हो जाएगी।


 भारत ने आसियान और पड़ोसी देशों से जो पहले फ्री ट्रेड एग्रीमेंट किए हैं उनकी वजह से देश का कपड़ा उद्योग पहले ही संकट में फंसा हुआ है। इन देशों के साथ व्यापार घाटा लगातार बढ़ता जा रहा है।


 rcep में भारत की सबसे बड़ी चिंता और आपत्ति टैरिफ रिडक्शन का आधार वर्ष 2014 किए जाने पर थी भारत चाहता था कि इसे 2019 रखा जाए 2014  आधार वर्ष रखे जाने का सबसे बड़ा नुकसान यह होता है कि लगभग सारे इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट्स शत-प्रतिशत ड्यूटी फ्री हो जाते और चीनी कंपनियां अपने उत्पादों से भारत के बाजार को लगभग पाठ देती। भारत सर्विस सेक्टर को इस आरसीपी समझौते में शामिल करवाना चाहता था जिसमें भारत बहुत ही मजबूती स्थिति में है इसके लिए बाकी देश तैयार नहीं थे इन सब कारणों से भारत ने आरसीएपी समझौते से पीछे हटने का फैसला लिया।

मंगलवार, 21 मई 2019

रिलायंस देश की सबसे ज्यादा मुनाफा व रेवेन्यू कमाने वाली कंपनी बनी

रिलायंस देश की सबसे ज्यादा मुनाफा व रेवेन्यू कमाने वाली कंपनी बनीReliance industries limited


रिलायंस इंडस्ट्रीज, इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन ( आईओसी ) को पीछे छोड़ कर देश की सबसे ज्यादा सालाना रेवेन्यू व मुनाफा कमाने वाली कंपनी बन गई है। 31 मार्च को खत्म वित्त वर्ष 2018 - 19 में रिलायंस इंडस्ट्रीज का रेवेन्यू 6.23 लाख करोड़ रुपए रहा। 2018- 19 में रिलायंस इंडस्ट्रीज देश की सबसे ज्यादा मुनाफे वाली कंपनी भी रही।
पूरे साल में रिलायंस इंडस्ट्रीज का मुनाफा 39,588 करोड़ रुपए रहा, वहीं आईओसी का मुनाफा 17,274 करोड़ रुपए रहा। पूरे साल रिलायंस इंडस्ट्रीज का मुनाफा आईओसी के तुलना में आधे से भी ज्यादा रहा।
 वित्त वर्ष 2017- 18 में रिलायंस इंडस्ट्रीज का मुनाफा 34,988 करोड़ रुपए जबकि आईओसी को 22,626 करोड़ का मुनाफा हुआ था।


Ioc ( indian oil corporation )


आईओसी का मुख्य रिफायनिंग, पेट्रोकेमिकल्स और गैस का कारोबार है जबकि रिलायंस इंडस्ट्रीज टेलीकॉम, रिटेल और डिजिटल सर्विसेज का बिजनेस करती है। 10 साल पहले रिलायंस इंडस्ट्रीज का आकार आईओसी के मुकाबले आधा था लेकिन कुछ सालों में रिलायंस इंडस्ट्रीज ने बहुत प्रगति की है।

रिलायंस इंडस्ट्रीज मार्केट कैप के लिहाज से देश की सबसे बड़ी कंपनी है। रिलायंस इंडस्ट्रीज का मौजूदा मार्केट कैप 8.49 लाख करोड़ रुपए है। दूसरे नंबर पर टीसीएस है जिसका मार्केट कैप 7.91 लाख करोड़ रुपए है।


जियो के आने से बढ़ी रिलायंस इंडस्ट्रीज की धाक

टेलीकॉम सेक्टर में रिलायंस इंडस्ट्रीज द्वारा जियो को लॉन्च किया गया जिससे रिलायंस इंडस्ट्रीज को बहुत फायदा हुआ। आज जियो देश की नंबर वन टेलीकॉम कंपनी है, उसने भारती एयरटेल, आइडिया, वोडाफोन और अनिल अंबानी की रिलायंस को पीछे छोड़ा।

 जियो के सस्ते डेटा प्लान से बाकी कंपनियां घाटे में आ गई। ज्यादा कर्ज हो जाने के कारण और कर्ज ना चुका पाने के कारण अनिल अंबानी की रिलायंस बंद हो गई उसे अपना कारोबार समेटना पड़ा। जियो से टक्कर लेने आइडिया और वोडाफोन को एक होना पड़ा। दोनों मिलकर एक कंपनी वोडाफोन- आइडिया बनी।

जियो के सस्ते डेटा प्लान ने देश में डेटा क्रांति ला दी। टेलीकॉम सेक्टर में जियो के आने से पहले 1 जीबी डेटा की कीमत 200 रुपए से ज्यादा होता था जबकि आज 200 रुपए से भी कम कीमत पर प्रतिदिन 1.5 जीबी डेटा मिल रहा है। मार्केट में टिके रहने के लिए बाकी कंपनियां भी अपने प्लान की कीमत कम की।