शनिवार, 25 मई 2019

प्रेमिकाओं के प्यार में मारे जा रहे आंतकी

प्रेमिकाओं के प्यार में मारे जा रहे आंतकी


जम्मू एवं कश्मीर में सेना आतंकियों का एनकाउंटर कर रही है। पिछले कुछ वर्षों में आतंकियों के एनकाउंटर में तेजी आई है। आतंकियों का एनकाउंटर खुफिया एजेंसियों के पुख्ता खुफिया जानकारी के कारण सफल होता है। लेकिन कुछ आतंकियों के एनकाउंटर  में उनकी प्रेमिकाओं ने भी सेना की मदद की है। इश्क के चक्कर में आतंकी मारे जा रहे हैं। 
Burhan vani, Burhan vani image, Burhan vani encounter
बुरहान वानी



जितने भी आतंकी उनकी प्रेमिकाओं की वजह से मारे जा रहे हैं उन सभी आतंकियों के एक से ज्यादा प्रेमिका थे। अगर किसी आतंकी के केवल एक ही प्रेमिका है तो उनकी आपसी मतभेदों के कारण प्रेमिका सेना के लिए मुखबिरी का काम करती हैं। आपसी मतभेदों के चलते प्रेमिकाएं सेना को आतंकियों की खुफिया जानकारी देती हैं। इन खुफिया जानकारियों में आतंकी का खुफिया ठिकाना, आतंकी कब कहा कहा जाता है, कब किससे मिलता है, उसके ग्रुप में कौन कौन शामिल हैं आदि जानकारियां शामिल है।



ताजा मामला कश्मीर में सबसे मोस्ट वॉन्टेड आतंकी जाकिर मूसा की मौत का है। उसकी मौत की जिम्मेदार उसकी प्रेमिका ही है, क्योंकि वो एनकाउंटर वाले दिन अपनी दूसरी प्रेमिका से मिलने आया था जिससे उसकी पहली प्रेमिका उससे नाराज हो गई  और उसने सुरक्षाबलों को मुखबिरी कर दी। इस खुफिया जानकारी के कारण आतंकी मूसा मारा गया।

Indian army encounter
Indian Army


बुरहान वानी भी इश्क के चक्कर में मारा गया था

कश्मीर में जारी आतंकवाद के इतिहास में यह पहला अवसर नहीं है जिसमें आतंकी की मौत की वजह उसकी प्रेमिका बनी हो। कई आतंकी कमांडर अपनी प्रेमिका से मिलने की चाहत की वजह से मारे गए या फिर उनकी बेवफाई की वजह से अपनी जिंदगी से हाथ धोना पड़ा।

 ऐसा ही हुआ था हिजबुल के पोस्टर ब्वॉय बुरहान वानी के साथ। बुरहान वानी के कई लड़कियों के साथ संबंध थे। इससे उसकी प्रेमिका नाराज हो गई। बदला लेने की चाहत में उसने बुरहान वानी की लोकेशन की जानकारी सुरक्षाबलों को दे दी जिससे वानी मारा गया।

 इसके अलावा लश्कर के खूंखार आतंकी सैफुल्लाह, समीर टाइगर और सलमान बट्ट भी इश्क के चक्कर में मारे गए। ऐसा ही एक मामला और है जब पाक आतंकी काजी मोहब्बद अपनी प्रेमिका से मिलने पाकिस्तान से बारामूला आया था तब सुरक्षाबलों ने उसको एनकाउंटर में मार गिराया था।

आतंकियों को चेताते रहे हैं उनके आका

सीमा पार बैठे आतंकियों के आका उन्हें हमेशा चेताते रहते है कि वे इश्क के चक्कर में ना पड़े। वे आतंकियों को स्थानीय युवतियों के चक्कर में ना पड़ने की सलाह देते है लेकिन इश्क के चक्कर में डूबे ये आतंकी अपनी आकाओं की बात कहा मानने वाले हैं। आतंकियों का इस तरह इश्क के चक्कर में कुर्बान होने का सिलसिला नहीं थमने वाला। 

1 टिप्पणी: