भारत और रूस के बीच पिछले साल हुई एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम डील पर अमेरिका ने नाराजगी जताई है। डोनाल्डट्रम्प प्रशासन ने गुरुवार रात धमकी देते हुए कहा है कि भारत का यह फैसला अमेरिका और भारत के रिश्तों पर गंभीर असर डालेगा।
अमेरिकी विदेश विभाग के एक अफसर ने कहा, भारत का रूस के साथ रक्षा समझौता करना बड़ी बात है, क्योंकि ‘काट्सा कानून’ के तहत दुश्मनों से समझौता करने वालों पर अमेरिकी प्रतिबंध लागू होते हैं। ट्रम्प प्रशासन पहले ही साफ कर चुका है कि इस कानून के बावजूद समझौता करने वाले देश रूस को गलत संदेश पहुंचा रहे हैं। यह चिंता की बात है।’’
तुर्की पर हो चुकी कार्रवाई
अफसर ने नाम न बताने की शर्त पर कहा, “आप देख सकते हैं अमेरिका दुश्मनों से समझौता करने वालों पर कैसी कार्यवाही कर रहा है। हमने अपने नाटो पार्टनर तुर्की को भी एस-400 खरीदने के लिए कड़ा संदेश दिया है।” अमेरिका ने हाल ही में रूस से रक्षा समझौता करने के लिए तुर्की को लॉकहीड मार्टिन के एफ-35 फाइटर जेट बेचने पर रोक लगाई थी।
अमेरिका ने कहा भारत तय करे उसे किसका साथ चाहिए
अमेरिका का कहना है कि वह इस तरह के मामलों में हर देश से अलग तरह से निपटेगा। हालांकि, बड़ा मुद्दा यह है कि भारत के सैन्य रिश्ते किस तरफ जा रहे हैं। किसके साथ वह आधुनिक तकनीक और बेहतर माहौल साझा करना चाहता है। हमारे बीच कॉम्बैट एयरक्राफ्ट और कई अन्य विकसित हथियारों के समझौते पर बात चल रही है। ऐसे में भारत की एस-400 डील का बातचीत पर असर पड़ेगा।
काट्सा कानून के तहत प्रतिबंध लगा सकता है अमेरिका
दरअसल, अमेरिका काट्सा कानून के तहत अपने दुश्मन से हथियार खरीदने वाले देशों पर प्रतिबंध लगा सकता है। इस लिहाज से भारत भी रूस से हथियार खरीदने के लिए प्रतिबंधों के दायरे में आ सकता है, लेकिन अमेरिका और भारत का रक्षा व्यापार बीते समय में काफी बढ़ा है। इसके चलते वह भारत पर प्रतिबंध लगाने से बचना चाहता था।
S-400 मिसाइल सिस्टम: 2020 से डिलिवरी देना शुरू करेगा रूस
रूस के साथ हुई S-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम की डील के तहत भारत को अक्टूबर 2020 से डिलिवरी शुरू हो जाएगी। भारत ने रूस के साथ 5 एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम्स की डील की है। रूस की ओर से अक्टूबर 2020 से अप्रैल 2023 तक इनकी डिलिवरी कर दी जाएगी। रक्षा राज्य मंत्री सुभाS-400 मिसाइल सिस्टम से भारत को संवेदनशील इलाकों में हवाई सुरक्षा की ताकत मिल जाएगी।
भारत ने रूस के साथ S-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम्स के लिए 40,000 करोड़ रुपये की डील की थी। भारत ने अमेरिकी की उस धमकी के बाद भी रूस के साथ यह डील की थी, जिसमें उसने रूस के डील करने वाले देशों पर प्रतिबंध की बात कही थी।

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